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प्रसारित पादोत्तानासन करने का तरीका और फायदे – Method and benefits of Prasarita Padottanasana in Hindi | 1

प्रसारित पादोत्तानासन

हेलो दोस्तों आपका INDIA TODAY ONE blog में स्वागत है। इस लेख में हम प्रसारित पादोत्तानासन करने का तरीका और फायदो के बारे में जानेंगे और साथ में यह भी जानेंगे कि योगासन करने के क्या नियम होते हैं।

प्रसारित पादोत्तानासन करने का सही तरीका

प्रसारित पादोत्तानासन करने के फायदे

प्रसारित पादोत्तानासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे 

प्रसारित पादोत्तानासन के अभ्यास के दौरान पैरों को खोलकर फैलाना पड़ता है। जिससे हैमस्ट्रिंग व क्वाड्रिसेप्स मसल्स में खिंचाव लगता है। और यह मसल्स मजबूत व इनमें लचीलापन आता है। साथ ही टखने और पैरों की उंगलियों में भी दबाव बढ़ता है जिससे इनमें मजबूती आती है।

हैमस्ट्रिंग     :-  हैमस्ट्रिंग मांसपेशी हिप से लेकर घुटने तक जांघों के पीछे मौजूद मांसपेशी है
क्वाड्रिसेप्स :- क्वाड्रिसेप्स फेमोरिस या क्वाड मांसपेशियां जांघ के सामने की मांसपेशियों का एक समूह है।

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योग के नियम

अगर आप इन कुछ सरल नियमों का पालन करेंगे, तो अवश्य ही आपको योग अभ्यास का पूरा लाभ मिलेगा।

योग के प्रमुख उद्देश्य 

योग के उद्देश्य :-

योग के लाभ/महत्व

FAQ

Ques 1. प्रसारित पादोत्तानासन करने के क्या फायदे  है?
Ans. प्रसारित पादोत्तानासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे 

प्रसारित पादोत्तानासन के अभ्यास के दौरान पैरों को खोलकर फैलाना पड़ता है। जिससे हैमस्ट्रिंग व क्वाड्रिसेप्स मसल्स में खिंचाव लगता है। और यह मसल्स मजबूत व इनमें लचीलापन आता है। साथ ही टखने और पैरों की उंगलियों में भी दबाव बढ़ता है जिससे इनमें मजबूती आती है।

हैमस्ट्रिंग :-  हैमस्ट्रिंग मांसपेशी हिप से लेकर घुटने तक जांघों के पीछे मौजूद मांसपेशी है
क्वाड्रिसेप्स :- क्वाड्रिसेप्स फेमोरिस या क्वाड मांसपेशियां जांघ के सामने की मांसपेशियों का एक समूह है।

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