Site icon INDIA TODAY ONE

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने की विधि और 10 फायदे।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन

हेलो दोस्तों INDIA TODAY ONE blog में आपका स्वागत है। इस लेख में हम शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन के बारे में जानेंगे। शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन क्या है, शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने का सही तरीका, शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने के फायदे और सावधानियों के बारे में जानकारी देंगे।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन का शाब्दिक अर्थ।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने का सही तरीका।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने की विधि।

विधि।

श्वासक्रम।

समय।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन का अभ्यास करने के लिए इस वीडियो की मदद लें।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने के फायदे।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

सावधानियां।

👉 यह भी पढ़ें

सारांश।

योग करना अच्छी आदत है। कभी भी जल्दी फायदे पाने के चक्कर में शरीर की क्षमता से अधिक  योगाभ्यास करने की कोशिश न करें। योगासनों का अभ्यास किसी भी वर्ग विशिष्ट के लोग कर सकते हैं।

शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन, इस योगासन के नियमित अभ्यास से शरीर से सम्बंधित बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है। किन्तु हमारी मंत्रणा यही है कि कभी भी किसी अनुभवी योगाचार्य या योग विशेषज्ञ (yoga Expert) की मदद के बिना मुश्किल योगासनों का अभ्यास या आरंभ न करें। किसी योग शिक्षक की देखरेख में ही मुश्किल योगासनों का अभ्यास करें। इसके अलावा अगर कोई गंभीर बीमारी हो तो योगासन का आरंभ करने से पहले डॉक्टर या अनुभवी योगाचार्य की सलाह जरूर लें

FAQs

Ques 1. शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने की विधि?

Ans. शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने की विधि।

 

Ques 2. शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन करने के क्या फायदे  है?

Ans. शीर्ष पादांगुष्ठ स्पर्शासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

Exit mobile version