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अष्टवक्रासन करने की विधि, फायदे और सावधानियां – Astavakrasana in hindi.1

अष्टवक्रासन

हेलो दोस्तों INDIA TODAY ONE blog में आपका स्वागत है। इस लेख में हम अष्टवक्रासन के बारे में जानेंगे। अष्टवक्रासन क्या है, अष्टवक्रासन करने का सही तरीका, अष्टवक्रासन करने के फायदे और सावधानियों के बारे में जानकारी देंगे।

अष्टवक्रासन का शाब्दिक अर्थ।

यह संतुलन एवं उच्च अभ्यास का आसन है। यह आसन मुनि अष्टावक्र को समर्पित है जो कि सीता के पिता और राजा जनक के गुरु थे।

अष्टवक्रासन करने का सही तरीका।

अष्टवक्रासन करने की विधि।

विधि।

श्वास का क्रम/समय।

अष्टवक्रासन का अभ्यास करने के लिए इस वीडियो की मदद लें।

अष्टवक्रासन करने के फायदे।

अष्टवक्रासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

सावधानियां।

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सारांश।

योग करना अच्छी आदत है। कभी भी जल्दी फायदे पाने के चक्कर में शरीर की क्षमता से अधिक  योगाभ्यास करने की कोशिश न करें। योगासनों का अभ्यास किसी भी वर्ग विशिष्ट के लोग कर सकते हैं। 

अष्टवक्रासन, इस योगासन के नियमित अभ्यास से शरीर से सम्बंधित बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है। किन्तु हमारी मंत्रणा यही है कि कभी भी किसी अनुभवी योगाचार्य या योग विशेषज्ञ (yoga Expert) की मदद के बिना मुश्किल योगासनों का अभ्यास या आरंभ न करें। किसी योग शिक्षक की देखरेख में ही मुश्किल योगासनों का अभ्यास करें। इसके अलावा अगर कोई गंभीर बीमारी हो तो योगासन का आरंभ करने से पहले डॉक्टर या अनुभवी योगाचार्य की सलाह जरूर लें

FAQs

Ques 1. अष्टवक्रासन करने की विधि?

Ans. अष्टवक्रासन करने की विधि।

Ques 2. अष्टवक्रासन करने के क्या फायदे  है?

Ans. अष्टवक्रासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

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