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मूर्धासन करने की विधि, फायदे और सावधानियां। 1

मूर्धासन

भारत के महान योग गुरुओं और तपस्वियों ने मनुष्य के जीवन में संतुलन बनाने के लिए कई योगासनों का निर्माण किया है। इन्हीं योगासनों में से एक प्रमुख आसन मूर्धासन (crown-based pose) हैं। 

इस आसन को अंग्रेजी भाषा crown-based pose कहते जाता हैं। इस आसन का अभ्यास करने से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि इससे आपकी रीढ़ की हड्डी (spinal cord) को खिंचाव लगता है। और आपको रीढ़ की हड्डी (spinal cord) से जुड़ी समस्याओं से बचने में मदद मिलती है। इससे आपके शारीरिक संतुलन में सुधार होता है और लचीलापन (flexibility) बढ़ता है। इतना ही नहीं इससे आपके रीढ़ की हड्डी (spinal cord) व हाथों सहित हैमस्ट्रिंग मांसपेशियों और कमर वाले हिस्से में भी खिंचाव मिलता है। जिससे आप fit रहते हैं। 

इस आसन का नियमित अभ्यास करने से आपको anti aging benefits मिलते हैं। यानि आप हमेशा यंग नजर आते हैं। इतना ही नहीं इस आसन को करने से आपका immune system मजबूत होता है और आपकी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा इस आसन का प्रतिदिन अभ्यास करने से women and men में hormonal imbalance को रोकने में मदद मिलती है। 

इस आसन के अभ्यास से तंत्रिका तंत्र में सुधार होता है। जिससे तनाव, चिंता और अवसाद से लड़ने में मदद मिलती है। इससे गर्दन की मांसपेशियों भी मजबूत बनती है। और मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह भी बढ़ता है। इसलिए, इस लेख में हम मूर्धासन के बारे में जानेंगे। मूर्धासन क्या है, मूर्धासन करने का सही तरीका, मूर्धासन करने के फायदे और सावधानियों के बारे में जानकारी देंगे। 

मूर्धासन करने का सही तरीका।

मूर्धासन करने की विधि।

विधि।

श्वास का क्रम।

समय।

मूर्धासन का अभ्यास करने के लिए इस वीडियो की मदद लें।

मूर्धासन करने के फायदे।

मूर्धासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

सावधानियां।

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सारांश।

योग करना अच्छी आदत है। कभी भी जल्दी फायदे पाने के चक्कर में शरीर की क्षमता से अधिक  योगाभ्यास करने की कोशिश न करें। योगासनों का अभ्यास किसी भी वर्ग विशिष्ट के लोग कर सकते हैं। 

मूर्धासन, इस योगासन के नियमित अभ्यास से शरीर से सम्बंधित बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है। किन्तु हमारी मंत्रणा यही है कि कभी भी किसी अनुभवी योगाचार्य या योग विशेषज्ञ (yoga Expert) की मदद के बिना मुश्किल योगासनों का अभ्यास या आरंभ न करें। किसी योग शिक्षक की देखरेख में ही मुश्किल योगासनों का अभ्यास करें। इसके अलावा अगर कोई गंभीर बीमारी हो तो योगासन का आरंभ करने से पहले डॉक्टर या अनुभवी योगाचार्य की सलाह जरूर लें

 

FAQs

 

Ques 1. मूर्धासन करने की विधि?

Ans. मूर्धासन करने की विधि।

 

Ques 2. मूर्धासन करने के क्या फायदे  है?

Ans. मूर्धासन का नियमित अभ्यास करने के फायदे।

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